आयुष की राह: BAMS, BHMS और BUMS में करियर बनाने का मौका

अगर आप हेल्थकेयर सेक्टर में अपना भविष्य देख रहे हैं और चाहते हैं कि आपकी पढ़ाई सिर्फ एक डिग्री नहीं बल्कि समाज सेवा का जरिया बने, तो BAMS, BHMS और BUMS आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। बिहार में इन कोर्सेज़ के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अब उन छात्रों के लिए अवसर खुला है, जिन्होंने NEET क्वालिफाई किया है।

 

BAMS यानी Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery, BHMS यानी Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery और BUMS यानी Bachelor of Unani Medicine and Surgery, ये तीनों ही पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के स्तंभ हैं। आज पूरी दुनिया में लोग एलोपैथी के साथ-साथ नेचुरल और साइड-इफ़ेक्ट-फ्री इलाज की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में इन कोर्सेज़ की डिमांड लगातार बढ़ रही है।

इन कोर्सेज़ का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि ये आपको न सिर्फ़ डॉक्टर बनने का रास्ता देते हैं बल्कि रिसर्च, हेल्थकेयर मैनेजमेंट, वेलनेस इंडस्ट्री और पब्लिक हेल्थ जैसे कई क्षेत्रों में भी अवसर खोलते हैं। अगर आप आयुर्वेद की जड़ों से जुड़कर आधुनिक समाज की जरूरतें पूरी करना चाहते हैं, होम्योपैथी से लंबी अवधि तक असर करने वाले इलाज में योगदान देना चाहते हैं या यूनानी चिकित्सा की गहराइयों को समझकर प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए सही समय है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि एडमिशन के लिए NEET पास होना ज़रूरी है। साथ ही, आवेदन प्रक्रिया समयबद्ध है, इसलिए डेडलाइन मिस न करें। सही विकल्प चुनने से पहले कोर्स की खूबियों को समझना बेहद अहम है।

आखिरकार, अगर हेल्थकेयर आपके लिए सिर्फ़ करियर नहीं बल्कि मिशन है, तो BAMS, BHMS और BUMS आपके लिए वो दरवाज़ा हैं, जहाँ ज्ञान और सेवा दोनों का संगम है।

आज ही ऑनलाइन आवेदन करें (https://aaccc.gov.in ).

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