दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला, लेकिन प्रदूषण बना दीवार – चंडीगढ़ के छात्र की दिल छू लेने वाली कहानी

एक तरफ देश की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में दाख़िला और दूसरी तरफ पर्यावरणीय चिंता — चंडीगढ़ के एक छात्र के लिए ये सपना अब एक उलझन बन गया है। Reddit पर @TurnoverWeak9601 नाम के यूज़र ने अपनी भावनात्मक कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज ‘हंसराज कॉलेज’ में एडमिशन मिला है, लेकिन दिल्ली की गंभीर वायु प्रदूषण समस्या के चलते उनके माता-पिता उन्हें भेजने को तैयार नहीं हैं।

तीन प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता और मानसिक तनाव के बावजूद, छात्र ने CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर हंसराज कॉलेज में स्थान हासिल किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा:
“मैंने बहुत मेहनत की थी, इस साल कई असफलताएं झेली थीं, लेकिन आखिरकार जब मुझे हंसराज कॉलेज में दाख़िला मिला, तो लगा जैसे सारी मेहनत रंग लाई। लेकिन अब मेरे माता-पिता मुझे दिल्ली भेजने से इनकार कर रहे हैं, सिर्फ प्रदूषण की वजह से। मैं असहाय महसूस कर रहा हूं।”

🌫️ प्रदूषण बना उच्च शिक्षा में बाधा

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दिल्ली की वायु गुणवत्ता लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई है। सर्दियों में AQI 400-500 तक पहुंचना आम हो गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। कई माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए दिल्ली में पढ़ाई को लेकर चिंतित रहते हैं। Reddit पर इस पोस्ट के बाद सैकड़ों लोगों ने छात्र को सहानुभूति और समर्थन जताया।

कुछ ने सुझाया कि वह अपने माता-पिता को दिल्ली की वास्तविक स्थिति और विश्वविद्यालय परिसर की परिस्थितियों के बारे में समझाएं, जबकि कुछ ने विकल्प के तौर पर दूसरी यूनिवर्सिटीज़ के बारे में सोचने की सलाह दी।

🎓 क्या कहता है ये मामला?

यह घटना केवल एक छात्र की नहीं है — यह उस व्यापक चुनौती को दर्शाती है जहां शहरी प्रदूषण छात्रों की उच्च शिक्षा के अवसरों में रुकावट डाल रहा है। जब देश की राजधानी में पढ़ाई और स्वास्थ्य के बीच चयन करना पड़ जाए, तो यह एक गंभीर सोच का विषय बन जाता है।
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